Shirdi Sai Baba Temple| Aarti Timings | Darshan Guide

Shirdi Sai BabaTemple| Aarti Timings | Darshan Guide

Shirdi Sai Baba Temple

शिर्डी साई बाबा का मंदिर

यदि आप साई बाबा दर्शनों के लिए अभिलाषी है तो बाबा और उनके मंदिर (Shirdi Sai Baba Ka Mandir) से जुडी बाते जानना आपके लिए जरुरी है तो आइए विस्तार से जानते है साई बाबा मंदिर के बारे में कुछ मुख्य बातें जैसे मंदिर बनने की कथा और मंदिर दर्शन व आरती का समय (Shirdi Sai Baba Aarti Timings) तथा शिर्डी में अन्य दर्शन स्थलों के बारे मे|

Sai Baba

साईं बाबा

ऐसा माना जाता है कि साईं बाबा 16 वर्ष की आयु में एक बारात के साथ शिर्डी आए और 1918 में महासमाधि लेने तक यही रहे। साई बाबा जब शिर्डी आए तब उन्होंने खंडोबा मंदिर में आश्रय लिया जोकि उस समय काफी टूटी-फूटी हालत में था| खंडोबा मंदिर के मुख्य पुजारी महलपति थे उन्होंने बाबा का स्वागत किया और सबसे पहले उन्हें साई (Sai Baba) नाम से संबोधित किया|
बाद में बाबा एक मस्जिद में रहने लगे और अपने जीवन काल के करीब 60 वर्ष यही पर बिताए इस मस्जिद को बाबा ने द्वारकामाई (Dwarkamai) नाम दिया जोकि समाधी मंदिर के प्रवेश द्वार पर स्थित है।

Sai Baba Ka Sandesh

साई बाबा का संदेश

साईं बाबा ने अपने शिष्यों को शिक्षा और संदेश दिया कि विश्वास और करुणा दो सबसे महत्वपूर्ण गुण हैं जिसके द्वारा मनुष्य ईश्वरत्व को प्राप्त करता है।

Sai Baba Temple

साई बाबा मंदिर

साईं बाबा का प्रसिद्ध मंदिर (Sai Baba Temple) शिर्डी में है जोकि महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित है| शिर्डी की दूरी मुंबई से लगभग 250 कि.मी, औरंगाबाद से 110 कि.मी और नासिक से 90 कि.मी है|
बाबा द्वारा दी गई शिक्षा व संदेश को जन जन तक पहुंचाने के लिए समाधि के चार वर्ष बाद 1922 में साईं बाबा समाधि मंदिर बनाया गया। मंदिर का स्वामित्व साईं बाबा के परम भक्त श्रीमंत गोपालराव के पास था, लेकिन अब मंदिर के प्रबंधन कार्यो को साई संस्थान ट्रस्ट द्वारा किया जाता है, जो दिन-प्रतिदिन के मामलों का प्रबंधन करते हैं।
इस मंदिर में दर्शन के लिए न केवल भारत से बल्कि पूरे विश्व भर से श्रद्धालु साईं बाबा के दर्शन करने के लिए आते हैं। साई भक्तो के लिए यह एक तीर्थ स्थान है यहाँ साल भर लाखो की संख्या में भक्त साई के दर्शन के लिए आते है।
साई बाबा अपने दरबार (Shirdi Sai Baba Ka Mandir) में आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण करते है|

Shirdi Sai Baba Aarti Timings

मंदिर दर्शन व् आरती का समय

सुबह 4मंदिर पट का खुलना
सुबह 4:15भूपालि आरती (Bhupali Aarti)
सुबह 4:30काकड़ आरती (Kakri Aarti)
सुबह 5भजन
सुबह 5:05मंगल स्नान (समाधी मंदिर)
सुबह 5:35शिर्डी माझे पंढरपुर
सुबह 5:40दर्शन शुरू (समाधी मंदिर)
सुबह 11:30धूनी पूजा (द्वारका माई)
दोपहर 12मध्यान आरती (Dopahar Aarti)
शाम 4पोथी (उपदेश – समाधी मंदिर)
शाम 7धुप आरती (सूर्यास्त के बाद) Dhoop Aarti
रात्रि 8:30 से 10 तकभजन (समाधी मंदिर)
रात्रि 10:30सेज आरती (Shej Aarti)
Shirdi Sai Baba Aarti Timings

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दर्शन के लिए सबसे अच्छे महीने

शीतकालीन (दिसंबर से फरवरी) मंदिर की यात्रा के लिए एक अच्छा समय है क्योंकि यहाँ ज्यादा ठंड नहीं पड़ती है तो घूमने के लिए यह सबसे अच्छा समय होता है| ग्रीष्मकाल ज्यादा गर्मी पड़ने से आसपास के अन्य मंदिरो में दर्शन करना थोड़ा कठिन हो जाता हैं।

साई बाबा के दर्शन के लिए सबसे अच्छा दिन

गुरुवार को साई बाबा का दिन मानते है इसलिए इस दिन उनकी पूजा का एक विशेष महत्व है| हफ्ते के इस दिन सबसे ज्यादा श्रद्धालु बाबा के दर्शन करते हैं| इस दिन शिर्डी में बाबा की पालकी भी निकाली जाती है, जो समाधी मंदिर (Sai Baba Temple) से शुरू होकर चावड़ी मंदिर तक जाती है।

दिन का सबसे अच्छा समय दर्शन के लिए

साई मंदिर दर्शन के लिए सुबह 5 से लेकर रात्रि 10 बजे तक खुला रहता है। और इस दौरान दिन में पांच बार बाबा की आरती होती है| सबसे पहली आरती सुबह 4:15 पर होने वाली भूपालि आरती और दिन की अंतिम आरती रात्रि 10.30 बजे सेज आरती होती है। सभी आरतियों का समय नीचे दिया गया है। (Shirdi Sai Baba Temple Timings)
विशेष रूप से सुबह 4.30 बजे होने वाली काकड़ आरती के समय ज्यादा से ज्यादा भक्त बाबा की आरती में सम्मिलित होते है| आरती के दौरान, साईं बाबा को मक्खन और चीनी का भोग लगाया जाता है।

आसानी से दर्शन करने का तरीका

प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त साईं बाबा समाधि मंदिर में दर्शन करते है, यहाँ लंबी कतारें लगती हैं और विशेष दिन में लम्बी लाइने लग कर दर्शन करने में घंटो लग सकते हैं। मंदिर परिसर में वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग व्यक्तियों के लिए अलग लाइने हैं।
यदि किसी कारण से आप लाईन में नहीं लग सकते हैं तो आपको मंदिर में दर्शन करने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भर 100 रुपये दान करना होता है और यदि आप आरती में सम्मिलित होना चाहते हैं तो 500 रुपये दान करना होता है| 

Sai Baba Ki Chamatkari Dhuni

साई बाबा की चमत्कारी धूनी

साईं बाबा ने अपनी दिव्य शक्ति से द्वारकामाई (Shirdi Sai Baba Ka Mandir) में एक अग्नि प्रज्वलित की जिसे धूनी कहते है, और इस धूनी से मिलने वाली राख को उदी कहते है। बाबा जरूरतमंद लोगो को उदी देते थे, जिसके चमत्कार से लोगो रोग व कष्ट दूर हो जाते थे| 
बाबा द्वारा जलाई हुई वह धुनि आज भी लगातार द्वारकामाई में जल रही है और श्रद्धालुओं को यह उदी दी जाती है जिससे लोगो के रोग व कष्ट दूर हो जाते है| यही पर वह पत्थर भी लगा हुआ है जिस पर बाबा बैठते थे।

Sai Baba Prashadalaya

साई बाबा प्रसादालय

साई बाबा प्रसादालय में प्रतिदिन बाबा के भक्तों के लिए भंडारे के व्यवस्था की जाती है यहाँ पर लगभग हर भक्त बाबा के दर्शनों के बाद आकर प्रसाद जरूर ग्रहण करते है।

Sai Museum

साई म्यूजियम

साई म्यूजियम का दर्शन करना नहीं भूले, बाबा के जीवनकाल से जुडी चीजों को यहाँ पर दर्शनों के लिए रखा गया है। जैसे कि साई बाबा की पादुका, साई बाबा द्वारा उनके शिष्यों को दिए गए सिक्के, बाबा के बर्तन तथा बाबा की चक्की इत्यादि।

विशेष ध्यान रखने योग्य बातें

  • भीड़ के बचने के लिए ऑनलाइन दर्शन की बुकिंग और ठहरने के लिए होटल या धर्मशाला की बुकिंग कराकर जाना बेहतर है।
  • मंदिर परिसर में मोबाइल फोन और कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं है।
  • अत्यधिक भीड़ होने के कारण सामन खोने व चोरी होने का खतरा भी ज्यादा होता है, इसलिए आपकी यात्रा से जुडी सुखद यादो के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि यात्रा के दौरान आप अपने सामान की देखभाल करें।
  • अपने बच्चों को पास रखें, भीड़ में उनके खो जाने की संभावना अधिक होती है।
  • इसी के साथ हम कामना करते हैं कि शिर्डी की आपकी यात्रा एक सुरक्षित और मंगलमय यात्रा हो| ॐ साई राम !

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