गुरु गायत्री मंत्र बृहस्पति देव को शीघ्र प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सबसे आसान और चमत्कारिक उपाय है।
Guru Gayatri Mantra – गुरु बृहस्पति गायत्री मंत्र
ॐ अंगि-रसाय विदमहे दण्डायुधाय धीमहि तन्नो जीवः प्रचोदयात ।।
Om Angi-Rasaay Vidamahe Dandaayudhaay Dheemahi Tanno Jeevah Prachodayaat ।।
Guru Mool Mantra – बृहस्पतिदेव मूल मंत्र
बृहस्पति गायत्री मंत्र का जप करने से पहले और बाद में 11 बार बृहस्पति मूल मंत्र (Guru Mool Mantra) का जाप किया जाता है।
।। ॐ बृं बृहस्पतये नम: ।।
Om Bram Brahaspataye Namah ।।
Guru Beej Mantra – गुरु बीज मंत्र
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरूवे नमः ।।
Om Graam Greem Graum Sah Guruve Namah ।।
बृहस्पति देव (Brihaspati Dev) देवताओ के गुरु माने जाते है और सप्ताह का गुरुवार का दिन उनको समर्पित है| इस पृथ्वी पर मानव जाति के ऊपर सभी नवग्रहों का प्रभाव पड़ता है, किन्तु इन नवग्रहों में सबसे ज्यादा प्रभाव बृहस्पति देव का पड़ता है| क्योंकि बृहस्पति देव को भाग्य, विवेक, सफलता, मोक्ष, यात्रा तथा क्रय व विक्रय का मुख्य कारक माना जाता है|
ज्योतिष के अनुसार यह माना जाता है की यदि व्यक्ति की कुंडली में अन्य सभी गृह कमजोर या विपरीत परिस्थिति में है और बृहस्पति उच्च स्थिति में है तब भी व्यक्ति को वह किसी भी प्रतिकूल स्थिति से बाहर लेकर आ जाते है| बृहस्पति देव को सातवे और नवे ग्रह का कारक माना जाता है|
व्यक्ति की जन्म कुंडली में उच्च का बृहस्पति सफल जीवन का प्रतीक माना जाता है| और यदि बृहस्पति कमजोर स्थिति में है तो वह व्यक्ति को भाग्यहीन और कंगाल बना देते है| इसलिए अच्छा भाग्य और सफल जीवन के लिए बृहस्पति देव का अनुकूल स्थिति में रहना अत्यंत ही आवश्यक है|
Guru Brihaspati Gayatri Mantra Benefits
बृहस्पति देव को प्रसन्न रखने के उपाय
ऐसे उपाय जिनको करने से बृहस्पति देव (Guru Brihaspati Dev) प्रसन्न होते है और सुख सम्पति का वरदान देते है|
गुरूवार के दिन प्रातःकाल में स्नान करने के बाद, पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए| इसके बाद किसी मंदिर में जाकर केले के पेड़ के सामने बैठ कर उनकी पूजा बृहस्पति देव के स्वरुप में करनी चाहिए|
पूजा के लिए उनके सामने घी का दीया जलाकर उन्हें पीली वस्तुओं का जैसे केले, पीली दाल का भोग लगाना चाहिए|
पीले वस्त्र अर्पित करने चाहिए और यदि वस्त्र ना मिले तो रोली वस्त्र के रूप में अर्पण करना चाहिए| पीले पुष्प की माला पहनानी चाहिए| और बृहस्पति देव के मंत्रो का जप (Guru Gayatri Mantra) करना चाहिए|
पूजा के बाद बृहस्पति देव से अपनी इच्छा को बताकर उनसे प्रार्थना करनी चाहिए कि वो प्रसन्न हो और सभी इच्छाओ को पूर्ण करे| बृहस्पति देव की पूजा के साथ ही भगवान् विष्णु की पूजा अवश्य करे|
अन्य उपायों द्वारा भी बृहस्पति देव को प्रसन्न किया जा सकता है, उपाय इस प्रकार है|
- गुरूवार के दिन ब्राह्मण को साबुत हल्दी, पीले वस्त्र, केसर, पीले रंग की खाने की वस्तु इत्यादि जो भी संभव हो दान करना चाहिए|
- गुरूवार के दिन गाय को केला खिलाना चाहिए|
- गुरूवार के दिन हल्दी का टीका लगाकर काम पर जाना चाहिए|
ऊपर दिए गए उपायों के द्वारा (Guru Beej Mantra) देव गुरु बृहस्पति देव को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है|
गुरु बृहस्पति के अन्य पाठ
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