[PDF] Dhanvantari Gayatri Mantra in Hindi धन्वंतरि गायत्री मंत्र

[Free PDF] Dhanvantari Gayatri Mantra for Good Health

अच्छे स्वास्थ्य के लिए धन्वंतरि गायत्री मंत्र

पुराणों में उल्लेख है कि भगवान् धन्वंतरि आयुर्वेद और चिकित्सा के देवता हैं| जैसे की हम सभी का मानना है कि “पहला सुख निरोगी काया” अर्थात सबसे बड़ा और पहला सुख निरोगी शरीर है क्योंकि यदि शरीर निरोगी नहीं है तो किसी अन्य सुख की अनुभूति नहीं रह जाती है|
इसलिए यह जरुरी है कि भगवान् धन्वन्तरि का आशीर्वाद हम पर सदा बना रहे| अच्छा स्वास्थ्य पाने के लिए और हर तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए उनकी पूजा की जाती है|

Dhanvantri Gayatri Mantra in Hindi धन्वंतरि गायत्री मंत्र

धन्वंतरि गायत्री मंत्र के द्वारा भगवान् को प्रसन्न किया जा सकता है| मंत्र इस प्रकार है|

ॐ वासुदेवाय विद्महे, वैद्यराजाय धीमहि, तन्नो धन्वन्तरि प्रचोदयात्।
Om Vasudevaya Vidmahe, Vaidyarajaya Dheemahi, Tanno Dhanvantari Prachaodayat |

Dhanvantari Gayatri Mantra
Dhanvantari Gayatri Mantra

भागवत पुराण के अनुसार, भगवान् विष्णु के आदेश पर देवताओ और असुरो ने आपस में संधि कर लिया और दोनों ने मिल कर दिव्य पदार्थो को पाने के लिए क्षीरसागर में मंदारांचल पर्वत को स्थापित कर सर्प वासुकि को रस्सी बना कर मंथन किया|

समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश लेकर भगवान धन्वंतरि क्षीरसागर से निकले थे| असुरों ने छल से अमृतकलश देवताओ से छीन लिया और वे आपस में ही पहले अमृत पीने झगड़ने लगे|

असुरों से अमृत कलश को वापिस पाने के लिए भगवान विष्णु ने एक सुंदर महिला “मोहिनी” अवतार लिया| जिसने असुरों को मोहित कर उनसे अमृत वापिस प्राप्त किया| भगवान विष्णु ने सभी देवताओं को अमृत दिया और असुरों को कुछ भी नहीं मिला|

भगवान विष्णु ने देवताओ को बताया कि वह फिर से भगवान धन्वंतरि अवतार लेंगे और मानव जाति को आयुर्वेद के विज्ञान की शिक्षा प्रदान करेंगे| जिससे वह निरोगी रह सके|

भगवान विष्णु की भविष्यवाणी के अनुसार भगवान धन्वंतरि ने इस धरती पर काशी नरेश धन्व के संतान रूप में जन्म लिया| और इस रूप में उन्होंने ऋषियों और मुनियों को मौखिक रूप से आयुर्वेद सिखाया|

केरल के नेल्लुवायि में धन्वंतरि भगवान का भव्य व सुंदर मन्दिर है। पुरे भारत में यह मंदिर प्रसिद्ध है| धनतेरस के दिन भगवान की पूजा अर्चना कर भक्त उनका आशीर्वाद प्राप्त कर निरोगी होने की प्रार्थना करते है|

Dhanvantari Mantra धन्वंतरि मंत्र

|| मूल मंत्र ||
ॐ श्री धन्वंतरि नमः |
Om Shri Dhanvantari Namah |

उपचार के लिए शक्तिशाली धन्वंतरि मंत्रMantra for Good Health

मंत्र 1
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय धन्वन्तरये, अमृत कलश हस्ताय |
सर्वामय विनाशाय, त्रैलोक्य नाथाय महाविष्णवे नमः ||1||

Om Namo Bhagwate Vasudevaya Dhanvantraye, Amrit Kalash Hastaya |
Sarvamayya Vinashaya, Trialokya Nathaya Mahavishnave Namah || 1 ||

मंत्र 2
ॐ नमो भगवते महा सुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वन्तरये, अमृत कलश हस्ताय |
सर्वाभय विनाशाय सर्वरोग निवारणाय, त्रैलोक्य पतये त्रैलोक्य नाथाय |
श्री महाविष्णवे स्वरूपाय श्री धन्वंतरि स्वरूपाय, श्री श्री औषध चक्र नारायणाय नमः ||2||

Om Namo Bhagavate Maha Sudarshanay Vasudevaya Dhanvantaraye, Amrit Kalash Hastay |
Sarvabhaya Vinashaya Sarvarog Nirvayanaya, Trailokya Patye Trailokya Nathaya |
Sri Mahavishnave Swaroopay Shri Dhanvantari Swaroopay, Sri Sri Aushadha Chakra Narayana Namah || 2 ||

Dhanvantri Mantra for Good Health
Dhanvantri Mantra for Good Health

Leave a Comment